भाईयों और बहनो,
देश महासंकट में है;
कांग्रेस इस देश को खोखला कर रही है-
अमीरों को लूटती है, गरीबों को देती है;
मैं पूछता हूँ, यह कैसा अन्याय;
हर दिन किसी न किसी अधिकार की घोषणा होती है;
अब आप ही बताये, यदि देश की जनता
को अधिकार ही मिलते रहे, तो देश के विकास के लिये मजदूरी कौन करेगा?
बात आती है कि अमीरों को कई लाख करोड़ रुपये की टैक्स माफी होती है;
पर ये कम्युनिस्ट लोग नही जानते कि कितना आवश्यक है टाटा, अदानी, अम्बानी
इत्यादि को घूस देकर खुश रखना; अन्ततः देश तो उन्ही का है ना
उनका और साधु-सन्तों का?
कांग्रेस के भ्रष्टाचार की बात करो तो तुरन्त वो गुजरात के दंगे बीच में लाते है;
जैसे कि दाढ़ी-टोपी को ठिकाने लगाना,
भारत के रक्त का शुद्धिकरण करना
इतनी ही बुरी बात है जितना कि भ्रष्टाचार;
यही नही, उल्टा, गुजरात में लोकायुक्त न होने की बात भी बेशरमी से उठाते है,
और सी.ए.जी के खुलासों की भी बात करते है;
अब कौन भला मानुस नही जानता कि गुजरात के सुशासन के बारे में कोई प्रमाण की आवश्यकता ही नही है,
क्योंकि तीन बार कई करोड़ गुजरातियों ने हमें अपना मत दिया है;
अब यह भी एक षड़यंत्र है न कि कांग्रेस के भी कई मुख्यमंत्री है
जो तीन तीन बार जीत के आये है,
तो उनके कथित भ्रष्टाचार की बात क्यों करें;
अरे, भाईयों और बहनों,
हमारी सच्चाई पे तो आखिर कैसरिया का धर्मनिष्ठ ठप्पा लगा है;
पर ये सेक्युलरवादियों के पास है कोई ऐसा प्रमाण?
कहने की बात नही कि सारे धर्माचारी और संत महात्मा हमारे ही साथ है,
वो जो भारत की खोई हुई शुद्ध हिन्दू प्रतिष्ठा को वापस लाना चाहते है;
हमसे पूछते है कि सत्ता में आए तो इन सब त्रुटियों का क्या समाधान निकालेंगे;
बताता हूँ सर्वप्रथम, पाकिस्तान और चीन पे एक साथ एटमी हमला करेंगे मुहूरत देख के,
ताकि उन्हे भनक ही न हो; इन दोनों शत्रु देशों का अन्त कर के
फिर देश के भीतर जो भारत विरोधी तत्व है- आप समझ गये होंगे- उनका जायजा लेंगे,
और नागरिकता के आयाम बनायेंगे ऐसे जैसे गुरू जी हिटलर ने दर्शाया था;
रही देश की आर्थिक सुरक्षा की बात तो सीधा है,
सारे मजदूर-किसान संगठनों पे ताला करके,
शिक्षा संस्थानों में भगवाकरण करके,
गरीब जनता की जमीनों को अगवा करके,
नदी, नालों, जंगल को हथिया के,
टाटा, अदानी, अम्बानी को सौंप के, आर्थिक विषमताओं को सुधारेंगे;
और यदि कहीं भी कोई आक्रोश हो, तो लाठी गोली से ठीक-ठाक कर देंगे,
खास कर अगर आक्रोश के स्वर दलितों, आदिवासियों, मुसलमानों,
अन्य अल्पसंख्यक वर्गों, ये फिर पर-कटी महिलाओं की ओर से उठें, तो सेना को बुलाते रहेंगे
भाईयों और बहनों,
ये अमरीका देश जिस को हम बहुत चाहते है,
अभी कुछ हमें और हमारी महानता को समझने में और उसको संज्ञान में लेने में कुछ विफल है;
गलती ओबामा की नही है,
बल्कि उन सब भारत विरोधी सेक्युलरिस्टों की है जो अमरीका में अपनी धौंस जमायें बैठे है
आने दीजिये चौड़ी छाती को, फिर देखते है
जरूरत पड़ी तो वही करेंगे जो अमरीका और देशों में धड़ल्ले से करता है
यानी रेजिम चैंज;
भारत और कांग्रेस के साथ-साथ ओबामा को भी बदल देंगे,
और किसी भारतीय मूल के अमरीकी को वहां का राष्ट्रपति घोषित करायेंगे;
यह फेंकू का दावा है; जमात-उल-दावा नही,
भाइयों और बहनों, फेंकू का दावा।
जब अमरीका ही हमारा हो जायेगा,
तो भारत के सर्वशक्तिमान होने में क्या कसर रहेगी।
भाईयों और बहनों, अभी बस इतना ही;
आपसे यह वीडियो कान्फ्रेंसिंग होती रहेगी
जब तक हम प्रधानमंत्री बनेंगे;
उसके पश्चात तो सारा विश्व ही भारत का अनुयायी होगा;
केलिफोर्निया और लंदन क्या, हर शहर में कुम्भ मेला लगायेगा,
सारे अरब देश भगवा पहनेंगे, और जहाँ गरीब भारतीय नागरिक मरते जायेंगे वहीं उपकरणों की भरमार होगी;
धान की जगह सोना उगेगा, जो बस चाटने से ही पेट भरेगा।
इतना कुछ हमारे प्लान में है;
बस आप प्रधानमंत्री बनवा दें,
और देश को कांग्रेस-मुक्त करें।
वन्दे मातरम्।